हिसाद संसदीय क्षेत्र में नौ विधानसभा आती हैं। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में हिसार संसदीय सीट पहली बार भाजपा ने जीती थी। अब राजनीतिक हालात बदल चुके हैं। पिछली बार भाजपा से जीते हुए बृजेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हाे चुके हैं।
हरियाणा में जाट बाहुल्य हिसार लोकसभा सीट पर भाजपा ने अपने पाले में रणजीत सिंह को शामिल करते हुए मैदान में उतार दिया है। रणजीत सिंह पहले भी कई बार कह चुके थे कि वह हिसार संसदीय सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। जिस प्रकार उनकी इच्छा के अनुसार उन्हें लोकसभा क्षेत्र मिला है, उतनी उनकी राह आसान नहीं होगी।
रणजीत सिंह का वैसे तो जींद जिले में अच्छा वर्चस्व है, लेकिन कांग्रेस का चेहरा मैदान में आने के बाद पता चलेगा कि उनकी राह में कितने कांटे हो सकते हैं। फिलहाल इनेलो ने भी अपनी महिला विंग की प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला को मैदान में उतार दिया है।
वहीं जजपा की तरफ से नैना चौटाला के मैदान में आने की अटकलें तेज हैं। अपनी दो पुत्रवधुओं से पार पाना रणजीत सिंह के लिए आसान नहीं होगा। अब सभी की नजर कांग्रेस की तरफ है कि वह किस चेहरे को इस मैदान में उतारती है। फिलहाल पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह भी कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। उनके भी इस सीट से चुनाव लड़ने के पूरे समीकरण बन रहे हैं।
बृजेंद्र सिंह ने जजपा के दुष्यंत चौटाला को तीन लाख 14 हजार 68 वोटाें से हराया
हिसाद संसदीय क्षेत्र में नौ विधानसभा आती हैं। यहां पर कुल 16 लाख 31 हजार 817 मतदाता हैं। इनमें आठ लाख 82 हजार 422 पुरुष और सात लाख 49 हजार 388 महिला मतदाता हैं। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में हिसार संसदीय सीट पहली बार भाजपा ने जीती थी। यहां से भाजपा के बृजेंद्र सिंह ने जजपा के दुष्यंत चौटाला को तीन लाख 14 हजार 68 वोटाें से हराया था।
बृजेंद्र सिंह को छह लाख तीन हजार 289 वोट मिले थे जबकि दुष्यंत चौटाला को दो लाख 89 हजार 221 वोट मिले थे। अब राजनीतिक हालात बदल चुके हैं। बृजेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हाे चुके हैं। इस सीट पर पहली बार 2019 में भाजपा ने जीत हासिल की थी। इस बार रानियां से निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह चौटाला अब भाजपा में शामिल हो गए और भाजपा ने उन्हें हिसार लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया।
वहीं इनेलो ने अपनी महिला विंग की प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला को हिसार से उम्मीदवार घोषित कर दिया है। जजपा की तरफ से विधायक नैना चौटाला के मैदान में आने की अटकलें पूरी तरह से तेज हैं। रणजीत सिंह चौटाला का मुकाबला अपनी दोनों पुत्रवधुओं से होगा। अब पूरा चुनाव कांग्रेस के उम्मीदवार पर निर्भर करेगा। कांग्रेस किस चेहरे पर अपना दांव लगाती है, यह तो समय ही बताएगा। यदि बृजेंद्र सिंह या फिर पूर्व सांसद जयप्रकाश कांग्रेस की तरफ से यहां से चुनाव लड़ेंगे तो फिर इस संसदीय सीट पर कड़ा मुकाबला होगा।
14 चुनाव में कांग्रेस जीती पांच बार
हिसार लोकसभा पर अब तक 14 बार चुनाव हो चुके हैं। अब तक यहां पांच बार कांग्रेस, इनेलो ने दो बार जबकि भाजपा, हजकां, जनता पार्टी, जनता एस, हविपा, हरियाणा लोकदल व जनता दल ने एक-एक बार चुनाव जीते हैं। इस लोकसभा सीट से सबसे ज्यादा जयप्रकाश 1989, 1996 तथा 2004 में तीन बार सांसद रहे हैं।
पहली बार महिला होगी मैदान में
अब तक 14 बार हो चुके हिसार लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी ने महिला उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा है और न ही किसी महिला ने यहां से जीत दर्ज की है। इस बार इनेलो ने अपनी महिला उम्मीदवार को पहली बार मैदान में उतारा है। इस लोकसभा क्षेत्र से दूसरी महिला उम्मीदवार जजपा की तरफ से नैना चौटाला के भी मैदान में आने की पूरी संभावना है।