देश में साइबर सुरक्षा को मजबूती देगा टीएनवी सिस्टम सर्टिफिकेशन

भारत के डिजिटल भविष्य को सुरक्षित और मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए टीएनवी सिस्टम सर्टिफिकेशन ने आईएसओ/आईईसी 27001:2022 (सूचना सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली) के तहत उन्नत ऑडिटिंग और प्रमाणन सेवाओं की औपचारिक शुरुआत कर दी है। यह पहल देश में साइबर सुरक्षा को नई मजबूती देगी और भारत सरकार के साइबर सुरक्षित भारत मिशन को गति प्रदान करेगी।
डिजिटल दुनिया में सूचना को नई ऑक्सीजन बताते हुए टीएनवी सिस्टम सर्टिफिकेशन के प्रबंध निदेशक प्रग्येश सिंह ने कहा कि सुरक्षित सूचना प्रणाली किसी भी संगठन की प्रगति का आधार बन चुकी है। उन्होंने कहा कि आईएसओ 27001 न केवल संगठन की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करता है, बल्कि ग्राहकों और हितधारकों को यह भरोसा भी देता है कि उनकी जानकारी वैश्विक मानकों के अनुरूप सुरक्षित रखी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सूचना सुरक्षा अब केवल तकनीकी प्रक्रिया नहीं बल्कि व्यवसायिक लाभ, विश्वास निर्माण और सतत डिजिटल विकास की अनिवार्यता बन चुकी है।
पिछले दो दशकों में साइबर हमलों के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए सीईओ अजीत कुमार ने कहा कि वित्त, स्वास्थ्य, ऊर्जा, विनिर्माण और सरकारी संस्थान साइबर खतरों के सबसे ऊँचे स्तर का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज साइबर हमले अपवाद नहीं बल्कि सामान्य घटनाएं बन चुके हैं। ऐसे समय में संगठनों के लिए अनुशासित, सक्रिय और संरचित सुरक्षा संस्कृति अपनाना आवश्यक है। आईएसओ 27001 इसी अनुशासन को स्थापित करता है। उन्होंने जोखिम-आधारित और लगातार विकसित होने वाली सुरक्षा प्रणाली को समय की जरूरत बताया।
मुख्य तकनीकी अधिकारी हिमांशु रस्तोगी ने बदलते तकनीकी वातावरण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि क्लाउड, ऑटोमेशन, एआई और रिमोट वर्किंग ने व्यवसायों का स्वरूप बदल दिया है, लेकिन इसके साथ साइबर खतरे भी कई गुना बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को तकनीक से भी तेज गति से विकसित होने की आवश्यकता है। “यदि तकनीक डिजिटल विकास का इंजन है, तो आईएसओ 27001 उसकी सीटबेल्ट है, जो विकास को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाता है। उन्होंने बताया कि आईएसएमएस प्रत्येक सूचना-संबंधी प्रक्रिया की निगरानी, दस्तावेजीकरण और नियंत्रण को अनिवार्य बनाता है, जिससे हर स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित होती है।
आईएसओ 27001 सेवाओं की शुरुआत के साथ टीएनवी सिस्टम सर्टिफिकेशन साइबर सुरक्षित भारत मिशन को सशक्त समर्थन दे रहा है। इस मिशन का उद्देश्य एक साइबर-जागरूक, साइबर-सुरक्षित और साइबर-प्रतिरोधी राष्ट्र का निर्माण करना है। इसके तहत साइबर स्वच्छता को बढ़ावा देने, संगठनों की प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत करने, कमजोरियों में कमी लाने, अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपनाने और सुरक्षित डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है।
सूचना सुरक्षा को राष्ट्रीय आवश्यकता बताते हुए टीएनवी ने कहा कि जो संगठन आज मजबूत सुरक्षा ढांचे अपनाते हैं, वे न केवल स्वयं को सुरक्षित करते हैं बल्कि पूरे देश की साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने में योगदान देते हैं। आईएसओ 27001 इस दिशा में सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक ढांचा है, जो संगठनों को जिम्मेदार, सुरक्षित और विश्वसनीय डिजिटल भविष्य की ओर अग्रसर करता है।
टीएनवी सिस्टम सर्टिफिकेशन की यह पहल भारतीय कंपनियों की साइबर सुरक्षा क्षमता को नई मजबूती देगी और भारत को एक अधिक सुरक्षित, सक्षम और भरोसेमंद डिजिटल राष्ट्र बनाने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ाएगी।


