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Ishan Kishan ने भारतीय टीम से बाहर रहने पर आखिरकार तोड़ी चुप्‍पी

सैयद मुश्‍ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में ईशान किशन ने बल्‍ले से आग उगली और अपनी कप्‍तानी में झारखंड को पहली बार चैंपियन बनाया। बाएं हाथ के विस्‍फोटक बल्‍लेबाज ने हरियाणा के खिलाफ फाइनल में केवल 49 गेंदों में 101 रन की तूफानी पारी खेली। इस दौरान किशन ने छह चौके और 10 छक्‍के जड़े।

झारखड़ ने हरियाणा को 69 रन से मात देकर पहली बार सैयद मुश्‍ताक अली ट्रॉफी का खिताब जीता। इसके बाद मैच के हीरो ईशान किशन ने भारतीय टीम से बाहर रहने पर अपना दर्द जाहिर किया। किशन को 2023 से राष्‍ट्रीय टीम से बाहर रखा गया है।

तत्‍कालीन कोच राहुल द्रविड़ और प्रमुख चयनकर्ता अजीत अगरकर की निगरानी में किशन को अनुशासनात्‍मक संबंधी मामलों का सामना भी करना पड़ा। झारखंड के कप्‍तान ने स्‍वीकार किया कि वो समय उनके लिए मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण था।

ईशान किशन ने क्‍या कहा

‘जब मैं भारतीय टीम में नहीं चुना गया तो बुरा लगा क्‍योंकि मैं बेहतर प्रदर्शन कर रहा था।’ किशन ने स्‍पोर्ट्स्‍टार के हवाले से कहा, ‘मगर मैंने खुद से कहा कि इस तरह के प्रदर्शन से अगर चयन नहीं हो रहा है तो हो सकता है कि मुझे ज्‍यादा बेहतर प्रदर्शन करना पड़े। शायद मुझे अपनी टीम को जिताना पड़े। शायद हमें एक टीम के रूप में बेहतर प्रदर्शन करना पड़े।’

ईशान ने दी बड़ी सीख

बाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने बताया कि मुश्किल समय में कैसे निराशा को संभालना है, उसका ध्‍यान रखना महत्‍वपूर्ण हैं। किशन ने कहा कि यह जरूरी है कि आप अपने ऊपर निराशा को हावी नहीं होने दें।

27 साल के किशन ने कहा, ‘सभी युवाओं को मेरा संदेश है- निराशा ऐसी चीज है जो आपको एक कदम पीछे खींचती है। आपको कड़ी मेहनत की जरुरत है। खुद पर विश्‍वास करना होगा और उस पर ध्‍यान देना होगा, जो हासिल करना चाहते हैं।’

उम्‍मीद करना छोड़ दिया

वैसे, ईशान किशन भले ही शानदार फॉर्म में चल रहे हो, लेकिन टी20 वर्ल्‍ड कप 2026 के लिए राष्‍ट्रीय टीम में उनका चयन मुश्किल लग रहा है। हालांकि, किशन ने जोर दिया कि उन्‍होंने उम्‍मीदें रखना छोड़ दी हैं।

विकेटकीपर बल्‍लेबाज ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि आप कई बार सोचते हैं कि मौका मिलेगा। और फिर जब नाम लिस्‍ट में नहीं दिखता तो आपको बुरा लगता है। मैं अब इस बात पर ज्‍यादा नहीं सोचता। मैं कोई उम्‍मीद नहीं रखता। मगर मेरी जिम्‍मेदारी लगातार बेहतर प्रदर्शन करने की है।’

खुद पर बढ़ा विश्‍वास

ईशान किशन ने झारखंड के पहले बार सैयद मुश्‍ताक अली ट्रॉफी खिताब जीतने पर खुशी जताई। उन्‍होंने कहा, ‘यह निश्चित ही खुशी वाला पल है क्‍योंकि हमने मेरी कप्‍तानी में कभी घरेलू टूर्नामेंट नहीं जीता था। अब मेरा अपने ऊपर और अपनी बल्‍लेबाजी पर विश्‍वास बढ़ गया है।’

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