MP: भोपाल की बैरसिया में निजी गौशाला में दर्जनोंं गायों की मौत
भोपाल की बैरसिया तहसील में एक गौशाला में दर्जनों गायों की मौत हो गई। इनका सही तौर पर अंतिम संस्कार नहीं किया गया जिससे क्षेत्र में बदबू फैली और हड़कंप मच गया। जिला प्रशासन ने गौशाला संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बैरसिया तहसील में गौ सेवा भारती गौशाला है। इसकी संचालक निर्मला शांडिल्य थीं। गौशाला की दर्जनों गायों की मौत हो गई। इनके शव बसई तालाब किनारे और उसके आसपास के क्षेत्र में पड़े पाए गए। मृत गायों के शवों को सही तरीके से अंतिम संस्कार करने की बजाय उनके मृत शरीर पूरे क्षेत्र में पड़े रहे। इससे क्षेत्र में मृत शरीर सड़ने लगे तो आसपास के क्षेत्र में बदबू फैली और मृत गायों की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। क्षेत्र के प्रबुद्धजन और राजनीति से जुड़े लोग भी वहां पहुंचे तो उन्हें लोगों ने समस्या के बारे में बताया।
चूने का पानी पिलाकर मारे जाने के आरोप
बैरसिया के घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों ने आरोप लगाया है कि गायों को चूने का पानी पिलाकर मारा है। इन आरोपों के साथ सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल भी हुए हैं। कांग्रेस नेताओं ने इसको लेकर शिवराज सरकार को घेरा है। वहीं, हिंदू संगठनों ने भी इसको लेकर शासन व प्रशासन पर आरोप लगाए हैं।
दिग्विजय के निशाने पर फिर आरएसएस
राज्यसभा सदस्या व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गौशाला में गायों की मौत पर एकबार फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) को निशाने पर लिया है। उनका आरोप है कि बैरसिया की गौशाला आरएसएस व वीएचपी द्वारा संचालित है। उन्होंने वीडियो ट्वीट के साथ अपलोड करते हुए इसे ह्रदयविदारक दृश्य बताया है। सवाल किया है कि ऐसे लोग शासन के अनुदान लेकर गौशाला संचालन कर रहे हैं, क्या इन्हें माफ किया जा सकता है।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि नौ गायों का पीएम कराया गया था। छह बुजुर्ग हो गई थीं औऱ दो निमोनिया व एक गाय लीवर की बीमारी से मृत होना पाया गया था। गौशाला के निजी संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है। जो गाय अस्वस्थ हैं, उनके लिए मेडिकल कैंप लगा दिया है। स्वस्थ गायोों को दूसरी गौशालाओं में शिफ्ट किया गया है। घटना की मजिस्ट्रियल जांच के साथ गौशाल के अतिक्रमण को तोड़े जाने के आदेश दिए हैं। वहीं, घटना की सूचना के बाद कलेक्टर अविनाश लवानिया भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने गौशाला का निरीक्षण किया और मृत गायों की जांच के लिए पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिए हैं। गौशाला संचालक को हटाकर प्रबंधन का जिम्मा बैरसिया जनपद को सौंप दिया गया है। जनपद के सीईओ को रिसीवर बनाया गया है।कलेक्टर ने मृत गायों के अंतिम संस्कार का इंतजाम करने के निर्देश भी दिए हैं।