नवरात्र के पांचवे दिन होगी मां स्कंदमाता की पूजा

शारदीय नवरात्र के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना का विधान है। भगवान कार्तिकेय अर्थात स्कंद देव की माता होने के कारण ही देवी के इस स्वरूप को स्कंदमाता के रूप में जाना जाता है। ऐसे में चलिए एस्ट्रोपत्री डॉटकॉम के पंडित आनंद सागर पाठक से जानते हैं कि आज के शुभ-अशुभ योग और मुहूर्त के बारे में।
आज का पंचांग
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि समाप्त – दोपहर 12 बजकर 3 मिनट पर
प्रीति योग – रात 11 बजकर 46 मिनट तक
करण –
बालव – दोपहर 12 बजकर 3 मिनट तक
कौलव – दोर रात 1 बजकर 16 मिनट तक (28 सितंबर)
वार – शनिवार
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 6 बजकर 12 मिनट से
सूर्यास्त – शाम 6 बजकर 12 मिनट पर
चंद्रोदय – सुबह 11 बजकर 1 मिनट से
चंद्रास्त – रात 9 बजकर 15 मिनट पर
सूर्य राशि – कन्या
चंद्र राशि – वृश्चिक
शुभ समय अवधि
अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11 बजकर 48 मिनट से दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक
अमृत काल – दोपहर 1 बजकर 26 मिनट से दोपहर 3 बजकर 14 मिनट तक
अशुभ समय अवधि
राहुकाल – सुबह 9 बजकर 12 मिनट से सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक
गुलिक काल – सुबह 6 बजकर 12 मिनट से सुबह 7 बजकर 42 मिनट तक
यमगण्ड – दोपहर 1 बजकर 42 मिनट से दोपहर 3 बजकर 12 मिनट तक
आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव अनुराधा नक्षत्र में रहेंगे…
अनुराधा नक्षत्र – देर रात 1 बजकर 8 मिनट तक
सामान्य विशेषताएं – समाज में सम्मानित, आत्मकेंद्रित, आक्रामक, साहसी, बुद्धिमान, मेहनती, विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित और सुंदर बाल
नक्षत्र स्वामी – शनि देव
राशि स्वामी – मंगल देव
देवता – मित्रता के देवता
प्रतीक – अंतिम रेखा पर एक फूल