टेक्नोलॉजी

Passport Seva 2.0: E-Passport के लिए कैसे करें ऑनलाइन अप्लाई, इससे क्या होगा फायदा?

केंद्रीय विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम (PSP) 2.0 के तहत ई-पासपोर्ट (e-passport) सर्विस लॉन्च किया है। फिलहाल इसका पायलट प्रोजेक्ट देश के कुछ शहरों में चल रहा है। सरकार जल्द ही डिजिटल इंडिया के तहत इसे देशभर में लागू करेगी। यहां हम आपको ई-पासपोर्ट से जुड़ी सभी जरूरी डिटेल्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

e-passport क्या है और कैसे करेगा काम?
e-passport या इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट में सिक्योरिटी को बढ़ाने और तेज प्रोसिंग के लिए एक चिप दिया जाएगा।

इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन (RFID) चिप लगा होगा, जिसमें पासपोर्ट होल्डर की पर्सनल और बायोमैट्रिक इन्फॉर्मेशन रहेगी।

ई-पासपोर्ट के फ्रंट कवर में गोल्डन कलर का सिंबल प्रिंट होगा, जिससे इसकी पहचान आसानी से हो जाएगी।

e-passport के लिए कैसे अप्लाई करें?
e-passport के लिए अप्लाई करने के लिए आपको ऑफिशियल Passport Seva Platform पर लॉगइन करना होगा। यहां हम आपको स्टेप बाय स्टेप जानकारी दे रहे हैं।

स्टेप 1. सबसे पहले आपको ऑफिशियल Passport Seva वेबसाइट पर जाना है।

स्टेप 2. अब आपको न्यू यूजर के लिए साइन-अप करना है। अगर आपका अकाउंट बना है तो आपको लॉगइन करना होगा।

स्टेप 3. अब आपको ई-पासपोर्ट एप्लिकेशन भरकर नजदीकी पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) या पोस्ट ऑफिश पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) का अपाइंटमेंट लेना है।

स्टेप 4. इसके बाद आपको ई-पासपोर्ट के लिए फीस का भुगतान करना है।

स्टेप 5. PSK या POPSK के लिए जिस दिन का अपॉइंटमेंट आपने लिया है। वहां तय समय पर पहुंचकर बायोमैट्रिक सब्मिट करने के साथ डॉक्यूमेंट वेरिफाई करवा लें।

e-passport से क्या फायदा होगा?

ई-पासपोर्ट पर लगे चिप में आपका पासपोर्ट नंबर, नाम, डेट ऑफ बर्थ, बायोमैट्रिक जैसी डिटेल्स होंगी। इसके साथ ही इस चिप में फोटो और फिंगरप्रिंट जैसी जानकारी भी स्टोर रहेंगी। यह डेटा इनक्रिप्टेड और सिक्योर चिप टेक्नोलॉजी से लैस होगा।
इससे पासपोर्ट के साथ किसी तरह का फर्जीवाड़ा नहीं होगा। इसके साथ ही एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन ऑफिसर बिना पासपोर्ट ओपन किए चिप को स्कैन कर डेटा देख सकते हैं। इससे इमिग्रेशन प्रोसेस में भी तेजी आएगी।

इससे पासपोर्ट के साथ किसी तरह का फर्जीवाड़ा नहीं होगा। इसके साथ ही एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन ऑफिसर बिना पासपोर्ट ओपन किए चिप को स्कैन कर डेटा देख सकते हैं। इससे इमिग्रेशन प्रोसेस में भी तेजी आएगी।

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