लुधियाना। समराला के नीलो पुल के पास 2021 को हुए सड़क हादसे में नामजद दो लोगों को बरी कराने की एवज में 18 हजार रुपये रिश्वत मांगने वाले पंजाब पुलिस के एएसआई को विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार किया है। रिश्वत मांगने की रिकार्डिंग और अन्य सबूत आने के बाद शिकायत मिलने पर जांच कर विजिलेंस ने दोराहा के अधीन आने वाले थाना समराला में तैनात एएसआई सिकंदर राज को गिरफ्तार किया है। इस मामले में सेक्टर 32 के रहने वाले रविंदर सिंह की शिकायत पर एएसआई के खिलाफ भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
एसएसपी विजिलेंस रविंदर पाल सिंह संधू ने बताया कि आरोपी एएसआई सिकंदर राज थाना दोराहा है। 2021 में वह समराला में तैनात था तो रविंदर सिंह के पास काम करने वाले ड्राइवर खडूर साहिब के राजदीप सिंह और संजय गांधी काॅलोनी निवासी हेल्पर बिरजू 13 मार्च, 2021 को नीलों पुल, समराला में एक सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। उस दिन थाना समराला से एएसआई सिकंदर राज एवं पुलिस मुलाजिमों के साथ मौके पर पहुंचकर और दोनों वाहनों को थाने ले गए। इसके बाद एएसआई सिकंदर राज ने शिकायतकर्ता से उसके चालक को जमानत दिलाने, उसकी गाड़ी में पड़ा सामान छोड़ने और उसके चालक के खिलाफ दर्ज हुए हादसे के केस से बरी करवाने बदले 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। बाद में सौदा 18,000 रुपये में तय हुआ।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने उक्त पुलिस मुलाजिम की तरफ से रिश्वत की मांग संबंधित बातचीत रिकार्ड कर ली और सबूत के तौर पर विजिलेंस ब्यूरो को सौंप दी। एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान शिकायत में लगाए गए आरोप सही पाए गए हैं। इसके बाद थाना दोराहा में तैनात एएसआई सिकंदर राज के खिलाफ भ्रष्टाचार कानून के अंतर्गत केस दर्ज कर लिया गया है। उक्त मुलजिम को बुधवार को ब्यूरो की लुधियाना रेंज की टीम की तरफ से थाना दोराहा से गिरफ्तार कर लिया गया और वीरवार को अदालत में पेश किया जाएगा।