पंजाबराज्य

सीएम भगवंत मान का लक्ष्य – 2030 तक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बनेगा पंजाब

चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने वर्ष 2030 तक पंजाब को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बनाने का लक्ष्य रखा है। सरकार राज्य की समृद्ध संस्कृति, कला और विरासत को भी संरक्षित करेगी। इस समय पंजाब के अमृतसर, रूपनगर, लुधियाना, पटियाला और फतेहगढ़ साहिब समेत कई शहरों में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। अब पंजाब सरकार ने राज्य के बाकी शहरों को भी पर्यटकों के नक्शे में लाने की योजना बनाई है। अन्य शहरों को पर्यटन मानचित्र में लाने से राज्य के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पंजाब सरकार के पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले विभाग ने एक नई पहल की है। श्री मुक्तसर साहिब में मढ़ी महोत्सव, कपूरथला हेरिटेज महोत्सव और लुधियाना में किला रायपुर ग्रामीण ओलम्पिया, हेरिटेज महोत्सव और पटियाला हेरिटेज महोत्सव सहित कई मेले आयोजित किए जाएंगे। विभिन्न विरासत मेले पहले ही मनाए जा चुके हैं, जिनमें फरीदकोट में बाबा शेख फरीद आगमन, गुरदासपुर में हरि सिंह नलवा जोश महोत्सव और तरनतारन में छिंज मेला शामिल हैं।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “हमारी सरकार पंजाब को विश्व पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। पंजाबियों की समृद्ध और गौरवशाली विरासत सदियों से लोगों को आकर्षित करती रही है। पंजाब की एक-एक इंच भूमि पर गुरुओं, पीरों-फकीरों, शहीदों और कवियों के चरण पड़े हैं। अमृतसर में प्रतिदिन करीब एक लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। अब राज्य सरकार पंजाब के अन्य स्थानों की विशेषताओं को उजागर करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। पंजाब के हर गांव में आजादी से पहले और बाद में देश के लिए कुर्बान हुए शहीदों की यादगारें हैं, जिन्हें दुनिया को बताने की जरूरत है। भौगोलिक दृष्टि से भी पंजाब एक धन्य भूमि है। राज्य सरकार पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहती है। राज्य और यहां के लोगों की तरक्की और खुशहाली के उद्देश्य से इस महान कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।” पंजाब सरकार राज्य में पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्यटन पुलिस योजना भी शुरू करेगी। यह योजना शुरुआती तौर पर अमृतसर में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की जाएगी। इस यूनिट के कर्मचारियों की खास वर्दी होगी ताकि पर्यटक उन्हें दूर से ही पहचान सकें।

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