दिल्ली के नेताओं को राज्यों में सौंपी जिम्मेदारी, चरणबद्ध तरीके से पूरी होगी प्रक्रिया

नई दिल्ली, कांग्रेस में संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगले छह महीने में ब्लाक, जिला और प्रदेशाध्यक्ष के साथ-साथ पार्टी को राष्ट्रीय अध्यक्ष भी मिल जाएगा। फिलहाल यह प्रक्रिया अगस्त तक पूरी कर ली जाएगी। इसके पहले चरण में राज्यों में चुनाव प्रभारी के तौर पर प्रदेश रिटर्निग अफसर और अतिरिक्त प्रदेश रिटर्निग अफसरों की नियुक्ति की गई है। इसमें दि ल्ली के कई नेताओं के नाम शामिल हैं।

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच कांग्रेस में संगठनात्मक चुनाव की भी सुगबुगाहट है। चुनाव प्रक्रिया के पहले चरण में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए चुनाव प्रभारी के तौर पर प्रदेश रिटर्निग अफसर (पीआरओ) और अतिरिक्त प्रदेश रिटर्निग अफसर (एपीआरओ) की नियुक्ति की गई है। पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री और पूर्व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) पदाधिकारी स्तर के नेता को पीआरओ बनाया गया है। इससे नीचे के स्तर के नेताओं को एपीआरओ नियुक्त किया गया है। इनके निर्देशन में ही संबंधित राज्य अथवा प्रदेश में सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक अप्रैल तक सदस्यता अभियान पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद पहले ब्लाक अध्यक्षों का चुनाव होगा। फिर जिला और इसके बाद प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव होगा। आखिर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। पार्टी सूत्रों की मानें तो राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी को ही चुने जाने की संभावना है। चूंकि चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है तो इसके पूरा होने तक संगठन के स्तर पर कहीं कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।

कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य अरविंदर सिंह लवली ने बताया कि कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसे जल्द पूरा करने की कोशिश है। पीआरओ एवं एपीआरओ की नियुक्ति लगभग कर दी गई है। सदस्यता अभियान भी जोरों पर है। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

ऐसे आगे बढ़ेगी चुनाव प्रक्रिया

एक ब्लाक में 40 से 50 बूथ होते हैं। इन बूथों के सदस्य मिलकर एक ब्लाक अध्यक्ष, छह जिला डेलीगेट और एक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) डेलीगेट का चुनाव करेंगे। सभी ब्लाकों के जिला डेलीगेट अपने-अपने जिले का अध्यक्ष चुनेंगे। इसके बाद सभी जिला अध्यक्ष और पीसीसी डेलीगेट संबंधित राज्य या प्रदेश के अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। इसके अलावा वे एआइसीसी डेलीगेट भी चुनेंगे। अंत में सभी राज्यों और प्रदेशों के अध्यक्ष व एआइसीसी डेलीगेट पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनेंगे।