लखनऊ पुलिस दर्ज करेगी महिला IAS के पति के बयान, जानिए पूरा मामला

लखनऊ, गोमतीनगर कोतवाली में महिला आइएएस द्वारा रेलवे से सेवानिवृत्त पति के खिलाफ शारीरिक अक्षमता समेत लगाए गए अन्य आरोपों के मामले में पुलिस अब बयान दर्ज करने की तैयारी कर रही है। मामले की विवेचना अतिरिक्त इंस्पेक्टर को दी गई है। पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी गई है। बीती 31 जनवरी को महिला आइएएस ने रेवले से सेवानिवृत्त अधिकारी पति पर शारीरिक अक्षमता, मारपीट और लाखों रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए गोमतीनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।

महिला आइएएस ने आरोप लगाया था कि पांच मई 1990 में हुए विवाह और हनीमून के दौरान पता चला कि पति शारीरिक रूप से असक्षम हैं। लेकिन, पति यह बात हमेशा छुपाते रहें। वह उल्टा शारीरिक उन पर शारीरिक असक्षमता का आरोप लगाते हुए मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे। महिला आइएएस ने आरोप लगाया कि पति के कारण उनका परिवार कभी पूर्ण नहीं हो सका। पति उन्हेंं धमकाते रहते थे। उन्होंने यहां तक आरोप लगाए कि अगर वह उनकी जरूरतें नहीं पूरी कर सकेंगी तो वह किसी अन्य महिला के साथ रहेंगे।

इस बात का विरोध करने पर वह मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे। पर परिवार न टूटे इस कारण उनके सारे जुल्म सहती गई। इसके अलावा उन्होंने पति पर वेतन का खाता भी अपने नाम करा लेने का आरोप लगाया था। महिला आइएएस के मुताबिक बीते कुछ माह पहले जब कोविड पाजिटिव हुई तो पति ने खाते से लाखों रुपये निकाल लिए। इंस्पेक्टर गोमतीनगर केके तिवारी ने बताया कि मामले की विवेचना चल रही है। जो भी तथ्य आएंगे उसे आधार पर आगे का कार्रवाई की जाएगी। 

पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उनके पति का निकला था सामानः पुलिस सूत्रों के मुताबिक महिला आइएएस के कोविड पाजिटिव होने पर उनका पति से विवाद हुआ था। इसके बाद पति कहीं जाकर दूसरी जगह रहने लगे थे। उनका कुछ सामान महिला आइएएस के सरकारी आवास में रखा था। उनके पति ने गोमतीनगर पुलिस से संपंर्क किया था। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद महिला आइएएस के मकान से उनके पति का समान निकलवाया गया। वर्तमान समय में उनके पति कैंट इलाके में स्थित एक आवास में रह रहे हैं।